You are currently viewing UP police bharti success story for the first time anyone selected from this etawah village farmer daughter Sanju Jatav becomes constable: इटावा की किसान की बेटी संजू जाटव बनी पुलिस अधिकारी, गांव में खुशी

UP police bharti success story for the first time anyone selected from this etawah village farmer daughter Sanju Jatav becomes constable: इटावा की किसान की बेटी संजू जाटव बनी पुलिस अधिकारी, गांव में खुशी


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UP Police Success Story:: इटावा के जैनपुर नागर गांव की संजू जाटव का उत्तर प्रदेश पुलिस में चयन होने पर गांव में खुशी का माहौल है. आजादी के बाद पहली बार इस गांव से कोई पुलिस सेवा में भर्ती हुआ है. संजू की सफलता …और पढ़ें

UP के इस गांव से कोई पहली बार बना पुलिस वाला, किसान की बेटी बनी सिपाही

Etawah News; किसान की बेटी बनी सिपाही, गांव से पहली बार कोई पुलिस में हुआ भर्ती

हाइलाइट्स

  • संजू जाटव का यूपी पुलिस में चयन
  • गांव से पहली बार किसी का पुलिस में चयन
  • संजू की सफलता से गांव में खुशी का माहौल

इटावा. इटावा में किसान की बेटी का उत्तर प्रदेश पुलिस में चयन होने पर गांव में खुशी का माहौल है. सबसे खास बात यह है कि आजादी के बाद इस गांव से पहली बार कोई पुलिस सेवा में भर्ती हुआ है. इटावा जिले के जसवंतनगर इलाके के जैनपुर नागर गांव में किसान की बेटी संजू जाटव का 60 हजार पुलिस भर्ती में सफल चयन हो गया. इससे घर के परिजनों और गांव वालों में खुशी की लहर दौड़ गई. इस अवसर पर फूल-माला पहनाकर और ढोल-बैंडबाजों के साथ संजू का स्वागत किया गया.

देश की आजादी के बाद पहली बार किसी गरीब परिवार की युवती ने पुलिस भर्ती परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. संजू को रविवार को नियुक्ति पत्र मिला. यह भर्ती 60,244 पदों के लिए की गई थी. नियुक्ति पत्र मिलने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है. संजू जाटव की सफलता से गांव के अन्य युवाओं और युवतियों को प्रेरणा मिल रही है. गांव के लोगों को उम्मीद है कि भविष्य में और भी युवा और युवतियां मेहनत कर सरकारी नौकरियां हासिल करेंगे.

संजू जाटव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव से प्राप्त की है. इसके बाद बारहवीं की पढ़ाई हिन्दू विद्यालय जसवंतनगर से पूरी की. उन्होंने लगातार मेहनत की. संजू का सपना था कि वह अपनी मेहनत से नौकरी पाए, जो आज पूरा हो गया है. संजू के पिता रामवीर एक किसान हैं, जो मेहनत-मजदूरी करके अपनी पुत्री को पढ़ाते रहे. रामवीर के तीन संतान हैं, जिनमें संजू दो भाइयों में सबसे छोटी इकलौती बहन है. बेटी संजू की लगन और कड़ी मेहनत के चलते पुलिस में नौकरी लगने से परिजनों में खुशी का माहौल है. इस अवसर पर परिजनों ने सबको मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की है.

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Amit Tiwariवरिष्ठ संवाददाता

Principal Correspondent, Lucknow

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