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युद्ध हो या फूटे महंगाई का बम, 3 बातें समझ गए तो कभी नहीं डूबेगा पैसा, निवेशकों को मिलेगा दमदार रिटर्न


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Investment Knowledge : शेयर बाजार हो या म्‍यूचुअल फंड, पैसे लगाने वाले हर निवेशक की एक की ख्‍वाहिश होती है कि उसे तगड़ा रिटर्न मिले. अगर आप भी ऐसा करना चाहते हैं तो 3 फॉर्मूले पर नजर रखना बेहद जरूरी है.

युद्ध हो या फूटे महंगाई का बम, 3 बातें समझ गए तो कभी नहीं डूबेगा पैसा

निवेशकों को म्‍यूचुअल फंड के तीन टिप्‍स जरूर जानने चाहिए.

हाइलाइट्स

  • निवेशकों को मल्टी एसेट फंड से तगड़ा रिटर्न मिल सकता है.
  • शॉर्प अनुपात से जोखिम-समायोजित रिटर्न बेहतर होता है.
  • सॉर्टिनो अनुपात नकारात्मक जोखिम-समायोजित रिटर्न मापता है.

नई दिल्‍ली. दुनिया के किसी भी कोने में जरा सी हलचल होते ही शेयर बाजार में उठा-बैठक शुरू हो जाती है. ऐसे में निवेशकों को एक ऐसे विकल्‍प की तलाश होती है, जो जोखिम को कम करते हुए तगड़ा रिटर्न दिला सके. अगर आप भी एक निवेशक के तौर पर ऐसे ही विकल्‍प की तलाश में हैं तो मल्‍टी एसेट फंड सबसे अच्‍छा दांव साबित हो सकता है. आईसीआईसीआई मल्‍टी एसेट फंड ने तो पिछले कई साल से अपने निवेशकों को जबरदस्‍त रिटर्न दिया है, वह भी बिना ज्‍यादा जोखिम के. ऐसे में निवेशकों को 3 फॉर्मूले समझने होंगे, जिनसे अपने जोखिम को कम करके ज्‍यादा रिटर्न ले सकते हैं.

दरअसल, किसी भी म्यूचुअल फंड के प्रदर्शन का विश्लेषण करते समय सबसे महत्वपूर्ण पहलू जो मापा जाता है, वह है कि स्कीम ने अलग-अलग समय में कितना रिटर्न दिया है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कई समय-सीमाओं में रोलिंग रिटर्न के मुख्य उपाय से हमें फंड की स्थिरता का पता चलता है. उदाहरण के लिए 10-15 साल की अवधि में फंड के 5 साल के रोलिंग रिटर्न का उपयोग औसत मीडियम, न्यूनतम और अधिकतम रिटर्न जैसे अनुपात मापने के लिए किया जाता है.

शॉर्प अनुपात पर रखें नजर
म्‍यूचुअल फंड के मानकों के आधार पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी-एसेट फंड अपनी श्रेणी में काफी खास है. अगर इसका शॉर्प अनुपात देखें तो बिना जोखिम वाले रेट पर अतिरिक्‍त रिटर्न की गणना करके उसे उठाए गए जोखिम को विभाजित करके मापा जाता है. यह अनुपात जितना अधिक होगा, जोखिम-समायोजित रिटर्न उतना ही बेहतर होगा. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी-एसेट फंड का शार्प अनुपात 0.63 है, जो इस श्रेणी में सबसे अधिक है (श्रेणी में औसत अनुपात 0.42 है).

सॉर्टिनो अनुपात को जानना जरूरी
सॉर्टिनो अनुपात नकारात्मक जोखिम-समायोजित को मापने के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है. यह अनुपात जोखिम-मुक्त दर पर फंड के अतिरिक्त रिटर्न पर पहुंचकर और इसे नकारात्मक रिटर्न के मानक विचलन से विभाजित करके प्राप्त किया जाता है. यहां भी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फंड का प्रदर्शन सबसे अच्छा है और श्रेणी औसत से बहुत अधिक है. ट्रेनर अनुपात प्रत्येक यूनिट बाजार जोखिम के लिए जोखिम-मुक्त दर पर फंड के अतिरिक्त रिटर्न देता है. यहां बाजार जोखिम बीटा है. एक उच्च अनुपात को दर्शाता है कि यह फंड अपने द्वारा उठाए गए बाजार जोखिम के लिए बेहतर रिटर्न देने में सक्षम है. इस फंड का ट्रेनर अनुपात 2.72 है, जो श्रेणी के औसत 1.68 से बहुत अधिक है.

अप/डाउन कैप्चर को नजरअंदाज न करें
किसी फंड के प्रदर्शन को देखने का अगला मुख्य मापदंड अप/डाउन कैप्चर है. किसी फंड का अपसाइड कैप्चर अनुपात यह दर्शाता है कि रैली के दौरान बेंचमार्क की तुलना में उसका एनएवी कितना बढ़ता है. डाउनसाइड कैप्चर अनुपात यह दर्शाता है कि बेंचमार्क की तुलना में स्कीम का एनएवी कैसा है. लिहाजा एक से अधिक अप/डाउन कैप्चर अनुपात यह दर्शाता है कि फंड रैली के दौरान अच्छा प्रदर्शन करता है और करेक्‍शन के दौरान कम गिरता है.

शीर्ष पांच फंडों के मल्टी एसेट के जोखिम अनुपात

  • आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल 4.70
  • यूटीआई मल्टी एसेट 1.25
  • निप्पॉन इंडिया 1.16
  • एसबीआई मल्टी 1.20
  • एचडीएफसी मल्टी 1.34

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Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ें

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