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एडलवाइस म्यूचुअल फंड की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता ने H-1B वीज़ा फीस बढ़ने से परेशान भारतीय छात्रों को भारत लौटने का मैसेज दिया है. उन्होंने कहा कि 2008 की मंदी में भी कई भारतीय निराश हुए थे, लेकिन बाद में भारत लौटकर बेहतर करियर बनाया.
राधिका गुप्ता ने यह बातें राहुल जैने के पॉडकास्ट में कहीं.नई दिल्ली. भारतीयों के लिए ‘अमेरिकन ड्रीम’ अब ज्यादा महंगा हो गया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा के नियमों में बदलाव किए हैं. ट्रंप ने H-1B वीजा के लिए सालाना 100,000 डॉलर का फीस लगा दिया है जिससे कंपनियों में हड़कंप मच गया है. वहीं, अमेरिका में H-1B वीजा पर बढ़ी फीस से भारतीय छात्र परेशान हैं, लेकिन एडलवाइस म्यूचुअल फंड (Edelweiss Mutual Fund) की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता (Radhika Gupta) ने उन्हें हिम्मत बंधाते हुए ‘घर वापसी’ का मैसेज दिया है.
गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जब उन्होंने 2005 में ग्रेजुएशन किया था, तब H-1B नियम आसान थे. लेकिन 2008 की आर्थिक मंदी ने माहौल बदल दिया. बहुत से भारतीय छात्र वहां फंसे रहे, जबकि कई अंततः भारत लौट आए. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अमेरिका में टिके रहने की कोशिश की, वे भी बाद में भारत लौटे और यहां बेहतर अवसर पाए.
I was fortunate to graduate in 2005, when H-1B norms were far more favorable in the US. But things changed quickly in 2008 during the financial crisis — many Indian students felt upset, lost, and stuck.
Some eventually returned home, and years later, even those of us who still…



