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पापा, मैं सीए बन गई… मगर आप नहीं रहे देखने के लिए | उदयपुर की रिमी कोठारी ने पाई ऑल इंडिया 31वीं रैंक


Udaipur: कहते हैं जिंदगी कभी खुशी का रंग दिखाती है तो कभी ग़म का. ऐसा ही दर्दनाक संयोग हुआ उदयपुर जिले के कानोड़ में, जहां एक ही दिन एक परिवार को मिली सबसे बड़ी खुशी और सबसे गहरा दुख. भींडर के पूर्व प्रधान करण सिंह कोठारी के भतीजे और कानोड़ के युवा व्यवसायी राहुल कोठारी (पुत्र मनोज कोठारी) का अचानक हार्ट अटैक से निधन हो गया. पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. परिवार और रिश्तेदारों के चेहरों पर मातम का साया छा गया.

इसी ग़मगीन माहौल में एक और खबर आई जिसने सबको भावुक कर दिया. राहुल कोठारी की बेटी रिमी कोठारी का सीए फाइनल रिजल्ट आया, जिसमें उसने ऑल इंडिया में 31वीं रैंक हासिल की और उदयपुर जिले की टॉपर बनी. जिस पल यह खबर आई, वह खुशी का होना चाहिए था, लेकिन उस घर में मातम पसरा था. पिता की मौत ने उस खुशी को अधूरा कर दिया.

“पापा, आप चाहते थे ना कि मैं सीए बनूं…”
रिमी ने रिजल्ट आने के बाद भावुक होकर कहा—

“पापा, आप चाहते थे ना कि मैं सीए बनूं… लो, मैं बन गई. लेकिन अब आप साथ नहीं हैं.”

उसके इन शब्दों ने घर में मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम कर दीं. जिस बेटी को पिता की पीठ थपथपाने की उम्मीद थी, वह आज अपने आंसुओं के सहारे खुद को संभाल रही थी.

लोगों ने दी बधाई, जताया दुख
सोशल मीडिया पर जब रिमी की सफलता की खबर फैली, तो लोगों ने उसे ढेरों बधाइयाँ दीं, लेकिन साथ ही पिता की कमी पर गहरा दुख भी जताया. हर कोई यही कहता दिखा कि अगर राहुल कोठारी होते, तो अपनी बेटी की इस सफलता पर सबसे ज्यादा गर्व उन्हीं को होता. रिमी की यह उपलब्धि जहां उदयपुर का नाम देशभर में रोशन कर रही है, वहीं यह कहानी याद दिलाती है कि कभी-कभी किस्मत खुशी और ग़म दोनों को एक साथ दे देती है. पूरा कानोड़ और भींडर क्षेत्र इस भावुक संयोग से गहराई से स्तब्ध है.



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