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पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर जबर्दस्त हमला किया है. इसके बाद आईएमएफ पाकिस्तान को मंजूर लोन पर फिर से विचार कर रहा है. इस कारण उसको एक हमला क्षेलना पड़ा …और पढ़ें
पाकिस्तान के भीतर भारत के हमले के बाद दुनिया पड़ोसी देश पर एक आर्थिक अटैक की तैयारी कर रही है.
हाइलाइट्स
- भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर हमला किया.
- आईएमएफ पाकिस्तान को लोन देने पर पुनर्विचार कर रहा है.
- पाकिस्तान पर लोन रोकने की मांग उठी है.
पहलगाम के आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के भीतर घुसकर आतंकवादियों की कमर पर चोट की है. उसने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ ठिकानों पर बमों की बारिश की. इसमें बड़ी संख्या में आतंकवादियों के मारे जाने की सूचना है. इस हमले में खतरनाक आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर का पूरा खानदान खत्म हो गया है. उसके परिवार के 14 लोग मारे गए हैं. इस बीच पाकिस्तान पर एक और अटैक की तैयारी चल रही है. इस अटैक की तैयारी भारतीय सेना नहीं बल्कि अमेरिका में बैठी दुनिया की एक सबसे ताकतवर संस्था आईएमएफ कर रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक आईएमएफ की शुक्रवार को एक अहम बैठक होने वाली है. इसमें पाकिस्तान को 1.3 अरब डॉलर के लोन पर विचार किया जाएगा. आईएमएफ ने पाकिस्तान को यह लोन रेसिलिएंस एंड सस्टेनेबिलिटी फैसिलिटी के तहत मंजूर किया था. पाकिस्तान को दिया जाने वाला यह पांचवां लोन होगा. इससे पहले मार्च महीने में आईएमएफ की तरफ से पाकिस्तान को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 1.3 अरब डॉलर और सात अरब डॉलर का लोन मंजूर हुआ था. इस सात अरब डॉलर के लोन में उसे हर माह एक अरब डॉलर की राशि दी जाती है. लेकिन, पिछले माह भारत के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और उसमें पाकिस्तानी आतंकवादियों के हाथ होने के सबूत सामने आने के बाद इस लोन पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है.
लोन रोकने की उठी मांग
एक अमेरिकी पब्लिक पॉलिसी थिंक टैंक द अमेरिकन इंटरप्राइजेज इंस्टीट्यूट (AEI) के सीनियर फेलो माइकल रुबिन ने एक लेख में लिखा है कि पहलगाम की घटना के बाद अमेरिका, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और आईएमएफ को पाकिस्तान के लिए और फंडिंग रोक देनी चाहिए.
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के मुताबिक पाकिस्तान दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों में से एक है. 2018 से इसकी रैंकिंग लगातार गिर रही है. रुबिन ने अपने लेख में पाकिस्तान की तुलना एक शराबी से की है. उन्होंने लिखा है कि अगर कोई शराबी दान के पैसे से शराब खरीदता है तो उसको आर्थिक सहायता बढ़ाना नहीं बल्कि रोक देना चाहिए. उन्होंने लिखा है कि पाकिस्तानी अधिकारी अंतरराष्ट्रीय मदद को अपना अधिकार समझते हैं. वे इन पैसों में भ्रष्टाचार करते हैं.
रुबिन लिखते हैं कि पाकिस्तान आतंकवादी ढांचे पर अरबों डॉलर की राशि खर्च करता है. 2008 में पाकिस्तानी आतंकवादियों में मुंबई में कई जगहों पर हमला किया था. लेकिन, पाकिस्तान ने इस हमले के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. आज भी वह इन आतंकवादियों को संरक्षण दे रहा है. उसने अलकायदा जैसे खतरनाक आतंकवादी संगठन के प्रमुख ओसामा बिन लादेन को छिपा रखा था. उसे पाकिस्तान के एटबाबाद में अमेरिका में मार गिराया था. उन्होंने इस लेख में लिखा है कि पाकिस्तान आतंकवाद को लंबे समय से पालने का काम करता रहा है. यह बात साबित हो चुकी है. ऐसे में उस पर अब पूरी तरह से नकेल कसने का समय आ चुका है.

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स…और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स… और पढ़ें



