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national institute of ayurveda: जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. हाल ही में इसे देश का सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक संस्थान चुना गया था.
जयपुर एनआईए बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस. एनआईए जयपुर को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने का फैसला केंद्रीय आयुष मंत्री प्रताप राव जाधव ने लिया है. बता दें कि यह संस्थान एससी, एसपी और एसटीपी योजनाओं के तहत 12 जिलों में निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा शिविर भी चलाता है. साथ ही इसकी जीएमपी-प्रमाणित फार्मेसी 100 से अधिक आयुर्वेदिक दवाओं का उत्पादन करती है. एनएएसी ‘ए’ ग्रेड, एनएबीएच और एनएबीएल पुरस्कार प्राप्त इस संस्थान में 15 देशों के विद्यार्थी आयुर्वेद की पढ़ाई कर रहे हैं.
क्या होता है सेंटर ऑफ एक्सीलेंस?
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का अर्थ उत्कृष्टता केंद्र होता है. यानि एक ऐसा सेंटर जिसमें किसी विशेष मेडिकल क्षेत्र में एक ही छत के नीचे एडवांस पेशेंट केयर दी जाती है. इसके साथ ही रिसर्च और एजुकेशन, स्टडीज, लेटेस्ट तकनीक का प्रयोग,एडवांस इनोवेशंस, पेशेंट सेंटर्ड एप्रोच पर काम करता है. यहां काम करने वाली टीम में काफी फोकस्ड लीडिंग प्रोफेशनल्स काम करते हैं. यहां विशेष क्षेत्र में सर्जिकल और नॉन सर्जिकल सभी प्रकार का इलाज शामिल होता है.
क्या होगा फायदा?
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने के बाद यह संस्थान आयुर्वेद के क्षेत्र में हायर क्वालिटी केयर, साइंटिफिक रिसर्च, स्टडीज करने के साथ ही इस नॉलेज को अन्य अस्पतालों तक पहुंचाने का काम करेगा.इससे न केवल आयुर्वेदिक इलाज का स्तर बेहतर होगा बल्कि बड़े स्तर पर इस पैथी को रिकॉग्निशन मिलेगा.

अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ और रियल एस…और पढ़ें
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