Last Updated:
US Fed Rate Cut: अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेड रिजर्व ने राहत देते हुए ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की है. इससे पहले सितंबर 2025 में भी इतनी ही कटौती की गई थी.

US Fed Rate Cut: अमेरिका के सेंट्रल बैंक यूएस फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) ने 29 अक्टूबर को ब्याज दरों में 0.25 फीसदी (25 बेसिस पॉइंट) कटौती की है. इस कटौती के बाद ब्याज दरें घटकर 3.75 फीसदी से 4.0 फीसदी की दायरे में रह गई हैं. रेट कटौटी के बाद अब अमेरिका में बैंकों के लिए कर्ज लेना पहले से सस्ता हो गया है.
फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने क्या कहा
फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) ने बयान में कहा कि मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए ब्याज दरों में कटौती जरूरी थी, ताकि अर्थव्यवस्था को सहारा मिल सके. कमेटी के अनुसार, अमेरिकी अर्थव्यवस्था इस समय धीमी गति से आगे बढ़ रही है. देश में नई नौकरियों की संख्या घटी है और बेरोजगारी दर में हल्का इजाफा देखा गया है. इसके साथ ही, महंगाई अब भी हाई लेवल पर बनी हुई है, जो पॉलिसी मेकर्स के लिए चिंता का विषय है.
आगे लिए क्या हैं संकेत?
अमेरिका की CPI महंगाई दर लगभग 3 फीसदी है, जो उम्मीद से कम है. फेड का लक्ष्य है कि इसे 2% के आसपास लाया जाए. यूएस फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि फिलहाल फेड की सबसे बड़ी प्रायोरिटी इकोनॉमी को स्थिर बनाए रखना है.
क्या भारत पर होगा रेट कट का असर?
अमेरिका में ब्याज दर घटने का सीधा असर ग्लोबल मार्केट्स पर होता है और इसका असर भारत पर भी देखने को मिल सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अब निवेशक अमेरिकी बॉन्ड्स की बजाय इमर्जिंग मार्केट्स जैसे भारत में निवेश बढ़ा सकते हैं. इससे भारतीय शेयर बाजारों में फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स यानी एफआईआई की भागीदारी बढ़ सकती है. ऐसे में भारत के शेयर मार्केट में मजबूती आ सकती है.

प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 8 सालों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 4 सालों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. मीडिया में करीब डेढ़ दशक का अनुभव रखते हैं. बिजन…और पढ़ें
प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 8 सालों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 4 सालों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. मीडिया में करीब डेढ़ दशक का अनुभव रखते हैं. बिजन… और पढ़ें



