भगवान शिव का प्रिय माह सावन है, जिसे श्रावण मास के नाम से भी जानते हैं. सावन का हर दिन विशेष होता है, क्योंकि प्रतिपदा से पूर्णिमा तक हर दिन शिव वास होता है. इसमें भी सावन सोमवार व्रत का बड़ा महत्व है. मनोकामनाओं की पूर्ति और संकटों को दूर करने के लिए लोग सावन सोमवार व्रत करते हैं और महादेव की शरण में जाते हैं. इस समय वे सृष्टि के पालक और संहारक दोनों ही भूमिकाओं में होते हैं. कहा जाता है कि सावन में आप एक लोटा जल से शिवलिंग का अभिषेक कर देते हैं तो आपके सभी कष्ट मिट जाएंगे. ऐसे में सावन सोमवार के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक तो और भी पुण्य फलदायी होता है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि सावन सोमवार व्रत कब से शुरू है? श्रावण मास का प्रारंभ कब से हो रहा है?
सावन माह का प्रारंभ 2025
इस साल सावन माह का समापन 9 अगस्त दिन शनिवार को होगा. उस दिन श्रावण पूर्णिमा तिथि होगी. सावन कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से श्रावण का प्रारंभ होता है और समापन सावन पूर्णिमा के दिन होता है.
सावन सोमवार व्रत 2025 तारीख
इस बार सावन माह में 4 सोमवार व्रत पड़ेंगे. जिन लोगों को सोमवार व्रत का प्रारंभ करना है, वे लोग पहले सावन सोमवार से व्रत का प्रारंभ कर सकते हैं. जो लोग विशेष मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए व्रत रखना चाहते हैं, उनको भी पहले सावन सोमवार से व्रत रखना चाहिए. इस बार 4 सावन सोमवार व्रत हैं, तो आप इन व्रतों को करके इसके बाद एक और सोमवार व्रत कर लें, ताकि आपके 5 सोमवार व्रत पूरे हो जाएंगे. वैसे 16 सोमवार व्रत करने का विधान है.
2. दूसरा सावन सोमवार व्रत: 21 जुलाई, 2025
3. तीसरा सावन सोमवार व्रत: 28 जुलाई, 2025
4. चौथा सावन सोमवार व्रत: 4 अगस्त, 2025
सावन सोमवार व्रत 2025 जलाभिषेक समय
सावन सोमवार के दिन प्रात:काल से ही भक्तों का जमावड़ा शिव मंदिरों में हो जाता है. इस दिन आप ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें. उसके बाद एक साफ लोटे में गंगाजल या साफ पानी भरकर उसमें गाय का दूध डाल लें. कुछ फूल और बेलपत्र रख लें. फिर इससे जल से शिवलिंग का अभिषेक करें. सावन सोमवार के दिन जलाभिषेक प्रात:काल से ही शुरू हो जाता है और पूरे दिन चलता है.
3. वैवाहिक जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए सावन सोमवार व्रत उत्तम माना जाता है.
5. उत्तम संतान की प्राप्ति के लिए सावन सोमवार व्रत करते है.
7. अकाल मृत्यु, कालसर्प दोष, भय, शत्रु से मुक्ति के लिए सावन सोमवार के दिन रुद्राभिषेक कराने की महत्ता है.



