Last Updated:
Flour Mill Business : आटा चक्की का बिज़नेस कम निवेश, कम जोखिम और स्थाई आय का एक शानदार मौका है. सरकार की सब्सिडी और सहायता योजनाओं के कारण यह बिज़नेस और भी आसान और लाभदायक बन जाता है. हालांकि, शहरी क्षेत्रों में आटा चक्की अब घाटे का सौदा है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी मांग अभी भी ज्यादा है.
सुल्तानपुर : अगर आप अपने गांव या घर पर रहते हुए कम लागत में एक स्थाई और लाभदायक बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं, तो आटा चक्की का व्यापार आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है. इस बिज़नेस की सबसे खास बात यह है कि इसे आप ग्रामीण और शहरी, दोनों ही क्षेत्रों में आसानी से शुरू कर सकते हैं. आटा चक्की लगाने के लिए लगभग 20 गुना 20 फीट की जगह पर्याप्त होती है और शुरुआती सेटअप भी ज्यादा महंगा नहीं है. छोटे स्तर पर इसे सिर्फ 50 हजार रुपये की लागत में शुरू किया जा सकता है, जबकि बड़े स्तर की यूनिट लगाने पर 1 से 2 लाख रुपये तक का निवेश करना पड़ता है.
आटा चक्की का व्यापार एक बेहद सरल और कम जोखिम वाला व्यापार है, जिसमें अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. आटा हमेशा से घरेलू जरूरत रहा है, इसलिए इसकी मांग कभी कम नहीं होती. यही कारण है कि यह बिज़नेस ग्रामीण क्षेत्रों में भी तेजी से बढ़ सकता है. पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी इसे आसानी से संचालित कर सकती हैं, जिससे घर बैठे स्वरोजगार का अच्छा अवसर मिलता है.
सरकार भी देती है अनुदान
जिला उद्यान अधिकारी रणविजय सिंह ने बताया कि आटा चक्की खोलने के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी का प्रावधान किया गया है. इसके लिए पीएम एफएमई (PMFME) योजना के तहत आवेदन किया जाता है. इच्छुक लोग MyScheme पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और इसके बाद अपने आवश्यक दस्तावेज विभाग में जमा करने होते हैं.
कितनी मिलेगी सब्सिडी?
पीएम एफएमई योजना के तहत पात्र आवेदकों को परियोजना लागत का 35% अनुदान मिलता है, जिसकी अधिकतम सीमा प्रति यूनिट 10 लाख रुपये तय की गई है. इसका मतलब है कि यदि आप आटा चक्की लगाने में 2–3 लाख रुपये तक खर्च करते हैं, तो आपको अच्छी-खासी आर्थिक मदद मिल सकती है. इसके साथ ही इस योजना में सिर्फ आर्थिक सहायता ही नहीं, बल्कि ट्रेनिंग, मार्केटिंग सपोर्ट और बिज़नेस को बाजार तक पहुंचाने जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं.
About the Author
मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु…और पढ़ें



