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India Pakistan War News: भारत और पाकिस्तान में जंग को लेकर अमेरिका के उप-राष्ट्रपति ने साफ शब्दों में कह दिया है कि इससे अमेरिका का कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि, उसने कहा है कि वह डिप्लोमेटिक तरीके से दोनों द…और पढ़ें
अमेरिका ने कहा कि भारत-पाकिस्तान जंग से उसका कोई लेना-देना नहीं है. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- भारत-पाकिस्तान जंग से अमेरिका ने बिल्कुल किनारा कर लिया है.
- अमेरिकी VC जे.डी. वेंस ने कहा कि अमेरिका का इस युद्ध से कोई सरोकार नहीं है.
- पहलगाम हमले का बदला लेते हुए भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था.
वॉशिंगटन. भारत और पाकिस्तान के बीच जारी टेंशन से अमेरिका ने पल्ला झाड़ लिया है. अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस ने गुरुवार को कहा कि भारत-पाकिस्तान में चल रहे संघर्ष में अमेरिका दखलअंदाजी नहीं करेगा. उन्होंने साफ कर दिया कि यह “अमेरिका का मामला नहीं है.” फॉक्स न्यूज़ के साथ एक इंटरव्यू में, जे. डी. वेंस ने कहा, “हम जो कर सकते हैं वह यह है कि हम इन लोगों को थोड़ा शांत करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं, लेकिन हम उस जंग के बीच में शामिल नहीं होने जा रहे हैं जो मूल रूप से हमारा मामला नहीं है और जिसे कंट्रोल करना अमेरिका की जिम्मेदारी नहीं है.”
वेंस ने कहा, “आप जानते हैं, अमेरिका भारतीयों को अपने हथियार डालने के लिए नहीं कह सकता. हम पाकिस्तानियों को अपने हथियार डालने के लिए नहीं कह सकते. और इसलिए, हम इस मामले को कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से आगे बढ़ाने जा रहे हैं.” उन्होंने आगे कहा, “हमारी आशा और हमारी अपेक्षा है कि यह बड़े पैमाने पर एक क्षेत्रीय युद्ध या, भगवान न करे, परमाणु संघर्ष में नहीं बदलेगा. अभी, हमें नहीं लगता कि ऐसा होने वाला है.”
पाकिस्तान ने गुरुवार को नागरिक और सैन्य क्षेत्रों को ड्रोन, मिसाइल और तोपखाने की गोलाबारी से निशाना बनाकर तनावपूर्ण स्थिति को बढ़ा दिया. जबकि भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया. भारत ने न केवल ड्रोन और मिसाइलों को रोका, बल्कि पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों और एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) को भी गिरा दिया.
इससे एक दिन पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर वह कुछ मदद कर सकते हैं, तो “मैं वहां रहूंगा” और वह चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच बढ़ता हुआ संघर्ष “रुक जाए”. उन्होंने कहा था, “ओह, यह बहुत भयानक है. मेरी स्थिति यह है कि मैं दोनों के साथ अच्छे संबंध रखता हूं. मैं दोनों को बहुत अच्छी तरह जानता हूं और मैं चाहता हूं कि वे इसे सुलझा लें. मैं चाहता हूं कि वे रुक जाएं और उम्मीद है कि वे अब रुक सकते हैं. उन्होंने एक-दूसरे को जवाब दिया है, इसलिए उम्मीद है कि वे अब रुक सकते हैं. मैं दोनों को जानता हूं, हमारे दोनों देशों के साथ अच्छे संबंध हैं.”
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें



