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अर्जुन की छाल आयुर्वेद में औषधीय मानी जाती है. डॉ. आकांक्षा दीक्षित के अनुसार, यह हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, गठिया, पाचन समस्याओं और त्वचा रोगों में फायदेमंद है. इसका काढ़ा या पाउडर सेवन करें.

हमारे आसपास प्रकृति ने ऐसी कई चीजें दी हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हैं. हालांकि, जानकारी के अभाव में हम इनका सही इस्तेमाल नहीं कर पाते. ऐसा ही एक पौधा है अर्जुन.

इसकी छाल को आयुर्वेद में बेहद औषधीय माना गया है. अर्जुन की छाल का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में रामबाण की तरह किया जाता है. लेकिन सवाल ये है कि ये इसका सही सेवन क्या है?

इसी विषय पर रायबरेली जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ में कार्यरत आयुष चिकित्सक डॉ. आकांक्षा दीक्षित (एमडी आयुर्वेद, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद, जयपुर) ने Local18 से बात करते हुए अर्जुन की छाल के फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.

डॉ. आकांक्षा के अनुसार अर्जुन के पौधे को वैज्ञानिक भाषा में Terminalia Arjuna कहा जाता है. इसकी छाल में एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को अंदर से मज़बूत बनाते हैं. यही वजह है कि आयुर्वेद में इसे कई औषधियों के निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है.

अर्जुन की छाल में पाए जाते हैं ये तत्व: एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला), फ्लेवोनोइड्स, टैनिन, फाइटोकेमिकल्स, गैलिक एसिड. इन सभी पोषक तत्वों की मौजूदगी इसे एक शक्तिशाली औषधि बनाती है जो कई गंभीर बीमारियों से लड़ने में मदद करती है.

<strong>इन बीमारियों में है फायदेमंद: </strong>डॉ. आकांक्षा बताती हैं कि अर्जुन की छाल का नियमित सेवन करने से निम्न बीमारियों में राहत मिलती है. जैसे- हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज (शुगर), गठिया, पाचन संबंधी समस्याएं, त्वचा रोग आदि हैं.

<strong>कैसे करें सेवन?: </strong>अर्जुन की छाल को सूखा कर उसका काढ़ा बनाकर दिन में दो बार लिया जा सकता है. डॉ. आकांक्षा के अनुसार 10 मिलीग्राम अर्जुन की छाल को पानी में उबालें और सुबह-शाम इसका सेवन करें. इसके अलावा इसकी छाल को पीसकर पाउडर के रूप में भी लिया जा सकता है. हालांकि, किसी भी औषधीय वस्तु का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.



