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World News LIVE: सीजफायर पर अमेरिका से बात, इधर इजरायल ने गाजा पट्टी में तेज किए हमले, जानें दुनिया का अपडेट


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World News Live Update: 8 जुलाई की महत्वपूर्ण खबरों में ये है कि उधर इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने ट्रंप से मुलाकात के बाद उनके लिए नोबल प्राइज की मांग की है. वहीं दूसरी तरफ इजरायली सेनाओं ने गाजा पट्टी में अपने…और पढ़ें

सीजफायर पर अमेरिका से बात, इधर इजरायल ने गाजा पट्टी में तेज किए हमले

नेतन्याहू ने ट्रंप को किया नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित. (Credit- Reuters)

World News Live Update:  8 जुलाई की सबसे बड़ी खबरों में सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच मुलाकात की बात. व्हाइट हाउस में इन दोनों नेताओं की मुलाकात हुई, जिसका लक्ष्य गाजा में 60 दिन का सीजफायर और बंधक रिहाई था. इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि इस हफ्ते गाजा में सीजफायर पर कोई फैसला आ सकता है.

इसी बीच इज़राइल ने गाजा पट्टी में अपने घातक हमलों को तेज कर दिया है. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के उत्तर में हुए एक विस्फोट में इज़राइली सेना के पांच सैनिक मारे गए और चौदह घायल हो गए. यह क्षेत्र पहले से ही घेराबंदी में है, जहां लगातार संघर्ष जारी है. ये हमला ऐसे समय में हुआ है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात कर रहे हैं.

अब नेतन्याहू ने डोनाल्ड ट्रंप को नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है. उन्होंने व्हाइट हाउस में बैठक के दौरान ट्रंप को वो नामांकन पत्र सौंपा, जो उन्होंने पुरस्कार कमेटी को भेजा है. उन्होंने मिडिल ईस्ट में ट्रंप के नेतृत्व और नीतियों की तारीफ की और कहा कि आप इसके हकदार हैं, ये आपको मिलना चाहिए.

‘हमें नहीं चाहिए कोई शहंशाह’

उधर ब्रिक्स नेताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ब्रिक्स के एंटी-अमेरिकन होने के दावे को सिरे से नकार दिया. ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लुला दा सिल्वा ने कहा- दुनिया को एक सम्राट की जरूरत नहीं है. ये जवाब ट्रम्प के उस सोशल मीडिया पोस्ट पर दिया गया है, जो उन्होंने रविवार रात Truth Social पर लिखा था. ट्रंप ने कहा था कि उन देशों पर, 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा, जो ब्रिक्स की एंटी-अमेरिकी नीतियों का समर्थन करेंगे. ब्राजील के राष्ट्रपति के अलावा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा और चीन के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता माओ निंग ने भी माना कि अमेरिका को दबाव की नीति का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. हालांकि भारत ने इस पर तत्काल प्रतिक्रिया नहीं दी है.

गाजा का भूगोल बदलना चाहते हैं ट्रंप- नेतन्याहू

बेंजामिन नेतन्याहू और डोनाल्ड ट्रंप एक विवादास्पद योजना का समर्थन किया, जिसके तहत घिरे हुए फिलिस्तीनियों को पड़ोसी देशों में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव रखा गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रस्ताव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है क्योंकि इससे फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों और उनकी स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. गाजा में जारी हिंसा और मानवीय संकट के बीच दोनों नेताओं की ये बैठक और प्रस्ताव क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकते हैं.

सीरियाई राष्ट्रपति के संगठन को अमेरिका ने हटाया आतंकवादी लिस्ट से

US Syria Relations: सोमवार को जारी एक बयान में विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यह बदलाव मंगलवार से प्रभावी होगा और यह सीरिया की नई सरकार द्वारा उठाए गए सकारात्मक कदमों को मान्यता देता है. फेडरल रजिस्टर ने सोमवार को बाकायदा नोटिस पब्लिश किया, जिसमें कहा गया कि रुबियो ने ये फैसला 23 जून को अटॉर्नी जनरल और वित्त विभाग से सलाह-मशविरा करने के बाद लिया. यह कदम सीरिया की नई अंतरिम सरकार के साथ अमेरिका के संबंध सुधारने की कोशिश का हिस्सा है. अमेरिकी सरकार की ओर से जारी एक नोटिस में बताया गया कि सीरियाई राष्ट्रपति के पूर्व संगठन को विदेशी आतंकवादी संगठन की सूची से हटाया जा रहा है. यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब ट्रंप प्रशासन पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन के दौरान लगाए गए अनेक अमेरिकी प्रतिबंधों को कम करने या समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

चीन ने ढीले किए वीजा नियम, पर्यटकों के लिए खोले दरवाजे

China Eases Visa Rules : चीन ने अपने वीजा नियमों में ऐतिहासिक रूप से ढील दी है, जिससे 74 देशों के नागरिक अब बिना वीजा के 30 दिनों तक इस एशियाई देश की यात्रा कर सकते हैं. इस नीति का उद्देश्य पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है. पिछले साल दो करोड़ से अधिक लोग बिना वीजा के चीन गए थे, जो 2023 के मुकाबले दोगुनी संख्या है. वीजा नियमों में ढील दिए जाने के बाद अब विदेशी पर्यटक चीन जा रहे हैं. कोविड-19 के कारण लगे कड़े प्रतिबंधों को हटाने के बाद चीन ने 2023 की शुरुआत में पर्यटकों के लिए अपनी सीमाएं फिर से खोल दी थीं, लेकिन उस वर्ष केवल 1.38 करोड़ लोग ही चीन गए थे, जो महामारी से पहले 2019 के 3.19 करोड़ के आंकड़े के आधे से भी कम है. दिसंबर 2023 में चीन ने फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, स्पेन और मलेशिया के लिए बिना वीजा के यात्रा की घोषणा की थी. तब से अधिकतर यूरोपीय देशों को यह सुविधा मिल चुकी है. अब 16 जुलाई को अजरबैजान के जुड़ने से इन देशों की संख्या 75 हो जाएगी.

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