निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने मैन्युफैक्चरिंग थीम पर आधारित एक नया फंड ऑफर (NFO) लॉन्च किया है. यह नया फंड ऑफर Nippon India Nifty India Manufacturing ETF और Nippon India Nifty India Manufacturing Index Fund 6 अगस्त से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है और 20 अगस्त 2025 तक खुला रहेगा. इस दौरान निवेशक सस्ती दरों पर निवेश कर सकते हैं.
यह इंडेक्स कैपिटल गुड्स, ऑटो, मेटल्स, हेल्थकेयर, केमिकल्स जैसे ग्रोथ वाले सेक्टर्स की कंपनियों को शामिल करता है. इसमें उन सेक्टर्स की कंपनियों को चुना गया है जो मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े हैं. साथ ही, इसमें ऑटो और कैपिटल गुड्स जैसे मुख्य सेक्टर्स को न्यूनतम हिस्सेदारी देने और अधिकतम वेट लिमिट लगाने जैसे नियमों का पालन किया गया है. इसमें निवेश Nifty 100, Nifty Midcap 150 और Nifty Smallcap 50 की यूनिवर्स से चुनी गई टॉप 300 कंपनियों में किया जाता है.
सरकारी नीतियों से मिल रहा सपोर्ट
भारतीय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को सरकार की नीतियों का भी फायदा मिल रहा है. सस्ते वेतन ढांचे, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी कॉर्पोरेट टैक्स रेट और PLI, गति शक्ति और मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं के जरिये सरकार की मजबूत पॉलिसी सपोर्ट के चलते बड़े पैमाने पर इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट आ रहे हैं. पिछले 10 साल में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में FDI 69% बढ़ चुका है. जैसे-जैसे भारत मैन्युफैक्चरिंग के दम पर ग्रोथ के नए दौर में प्रवेश कर रहा है, वैसे-वैसे यह फंड देश की मजबूत आर्थिक स्थिति को भुनाने की कोशिश कर रहा है.
दुनियाभर के मैन्युफैक्चरर्स अब चीन-प्लस-वन रणनीति अपना रहे हैं और भारत इसका बड़ा फायदा उठाता दिख रहा है. इससे घरेलू डिमांड, सप्लाई चेन में बदलाव और कंज़्यूमर सेक्टर में प्रीमियमाइजेशन जैसी लंबी अवधि की संभावनाएं पैदा हो रही हैं. यह फंड ETF और इंडेक्स दोनों फॉर्मेट में उपलब्ध है. निवेशकों को इसमें मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की डाइवर्सिफाइड और कम लागत में निवेश करने का मौका मिलता है, जिसमें इंडेक्स की पूरी पारदर्शिता होती है. ETF में इन्ट्राडे लिक्विडिटी यानी दिन में कभी भी खरीद-बिक्री की सुविधा मिलती है, जबकि इंडेक्स फंड के जरिए SIP यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट किया जा सकता है. भारत के ग्रोथ के साथ अपने निवेश को आगे बढ़ाने वालों के लिए यह NFO अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.
(Disclaimer: यहां बताए गए स्टॉक्स ब्रोकरेज हाउसेज की सलाह पर आधारित हैं. यदि आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)



