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विनोद कांबली आज भले ही परेशान-हाल हों, जब टीम में थे तो सचिन की कमियां निकालते रहते थे…साथी क्रिकेटर ने सुनाई आपबीती



नई दिल्ली. विनोद कांबली का हाल ही में सचिन तेंदुलकर के साथ वीडियो आने के बाद हर कोई उनसे सहानुभूति जाता रहा है. कोई उनकी मदद का रास्ता तलाश रहा है तो कई लोग उन्हें ज्ञान भी दे रहे हैं कि अगर जवानी में मेहनत कर ली होती तो बुढ़ापे में यह दिन न देखना पड़ता. सोशल मीडिया के कॉमेंट्स छोड़ हम बात करते हैं विनोद कांबली के साथ 2 वर्ल्ड कप खेल चुके संजय मांजरेकर का. मांजरेकर ने कुछ समय पहले एक किस्सा सुनाया कि जिसके तीन किरदार थे- खुद संजय, विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर. यह किस्सा है सन 1992 के वर्ल्ड कप का.

संजय मांजरेकर स्पोर्ट्सक्रीड़ा को बताते हैं कि 1992 के वर्ल्ड कप के शुरुआती मैचों में विनोद कांबली को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी. इस वजह से वे थोड़ा उखड़े हुए रहते थे. मैच के बाद हम रूम में मिलते थे तो विनोद अक्सर कमियां निकालते. वे कहते कि संजय आपने धीमी बैटिंग की या आप फलां गेंद पर पुल कर सकते थे लेकिन नहीं किया. वे सचिन को भी नहीं छोड़ते थे. फिर जिम्बाब्वे के खिलाफ सचिन और मैंने एक अच्छी साझेदारी की और हम जीते. इसके बावजूद वे कह रहे थे कि मैच तो ठीक है लेकिन हम जल्दी जीत सकते थे. थोड़ा तेज खेलना चाहिए था. फिर वे सचिन से बोले कि वो जॉन ट्रायकॉस इतना आर्डनरी ऑफ स्पिनर है. उसको तो आप ग्राउंड के बाहर मार सकते थे लेकिन उसकी बॉल परभी एक-एक रन ले रहे थे.’

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संजय मांजरेकर इसी क्रम में बताते हैं कि उन्होंने देखा है कि कोई एक बंदा है जो सचिन को नाराज कर सकता है तो वो विनोद कांबली है. ऐसे कैरेक्टर थे विनोद कांबली. फिर फाइनली विनोद को पाकिस्तान के खिलाफ सिडनी में खेले गए मैच में मौका मिल गया. कांबली ने इस मैच में 54-55 की स्ट्राइक रेट से बैटिंग की. संजय आगे बताते हैं, ‘हमने (सचिन-संजय) मैच के बाद कांबली को कॉर्नर पर लिया और उनसे पूछा कि क्या हुआ. तेज बैटिंग क्यों नहीं की. नेट्स पर तो खूब छक्के मारते हो. मैच में 54-55 की स्ट्राइक रेट से बैटिंग का क्या मतलब है. इस पर कांबली का जवाब था कि वो लोग बहुत टाइट बॉलिंग कर रहे थे.’

संजय मांजरेकर फिर कहते हैं कि ये थे कांबली. उन्होंने एक साधारण सा जवाब दिया कि टाइट बॉलिंग हो रही थी. वे अक्सर ऐसी बातें करते थे और अंत में हम सब हंस पड़ते थे. बता दें कि संजय मांजरेकर, सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली तीनों ही मुंबई के क्रिकेटर रहे हैं और 1980-90 के दशक में भारत के लिए साथ खेले हैं. इसी वजह से तीनों एकदूसरे को अच्छे से जानते हैं.

Tags: Off The Field, Sachin tendulkar, Sanjay Manjrekar, Vinod Kambli



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