पारंपरिक निवेश साधनों जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट और छोटी बचत योजनाओं की तुलना में, म्यूचुअल फंड्स ने वर्षों से अधिक रिटर्न दिया है. इसके अलावा, SIPs (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) अधिक लचीले होते हैं, जिससे निवेशक अपनी जरूरत के अनुसार निवेश शुरू, रोक या बढ़ा सकते हैं. SIPs के जरिए धन संचय का मुख्य तरीका है जल्दी शुरू करना और लंबे समय तक निवेशित रहना.
मंथली ₹5,000 का मामूली SIP भी 20-25 वर्षों में काफी बढ़ सकता है. यह SIPs को एक उपयुक्त निवेश विकल्प बनाता है जिससे एक बड़ा रिटायरमेंट फंड बनाया जा सकता है. अगर आप ₹2 करोड़ का कॉर्पस बनाना चाहते हैं और हर महीने ₹5,000 का SIP कर रहे हैं, तो आपका पैसा कैसे बढ़ेगा आइये आपको बताते हैं:
लक्ष्य: ₹2 करोड़
मासिक SIP: ₹5,000
समय: 31 साल
निवेशित राशि: ₹18,60,000
अनुमानित रिटर्न: ₹1,80,92,022
कुल मूल्य: ₹1,99,52,022
लक्ष्य: ₹2 करोड़
मासिक SIP: ₹5,000
स्टेप-अप लक्ष्य: 10% वार्षिक
समय: 25 साल
निवेशित राशि: ₹59,00,823
अनुमानित रिटर्न: ₹1,54,76,906
कुल मूल्य: ₹2,13,77,730
‘स्टेप-अप’ तकनीक का उपयोग करने पर, कुल निवेश राशि लंबे समय में बढ़ जाती है. हालांकि, यह निवेशक को उनके लक्ष्य तक तेजी से पहुंचने में मदद करता है. निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न की गारंटी नहीं होती है.



