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भारतीय टायर कंपनी सीएटी लिमिटेड ने जीएसटी दरों में कटौती का फायदा सीधे ग्राहकों तक पहुंचाने का ऐलान किया है. कंपनी ने अपने पूरे टायर रेंज के दाम 22 सितंबर से कम करने की घोषणा की है.
जीएसटी सुधारों के बाद सीएट टायर ने पूरे रेंज में कीमतों में कमी की घोषणा की.(Image: Social Media) जीएसटी कटौती का सीधा फायदा ग्राहकों को
सीएट लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि कंपनी टायरों पर जीएसटी में की गई कटौती का 100 फीसदी लाभ अपने चैनल पार्टनर्स और ग्राहकों तक पहुंचाएगी. अब नए दरों के मुताबिक घटे हुए दाम 22 सितंबर से पूरे देश में लागू होंगे. दरअसल, सरकार ने नए प्न्यूमैटिक टायरों पर जीएसटी को 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दिया है, जबकि ट्रैक्टर टायर और ट्यूब्स पर यह दर सिर्फ 5 फीसदी होगी.
सीएट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ अर्नब बनर्जी ने इस फैसले को समयानुकूल और प्रगतिशील बताया. उन्होंने कहा कि कम जीएसटी स्लैब से टायर उद्योग और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा होगा. इससे गाड़ियों को चलाना और उनका रखरखाव आसान होगा. साथ ही, टायर बदलना भी लोगों के लिए अधिक सस्ता और सुविधाजनक हो जाएगा. बनर्जी ने यह भी कहा कि टायरों की समय पर रिप्लेसमेंट से सड़क सुरक्षा में सुधार होगा और उद्योग में औपचारिकता और पारदर्शिता बढ़ेगी.
टायर उद्योग को मिलेगी रफ्तार
विशेषज्ञों के मुताबिक, घरेलू टायर उद्योग इस वित्त वर्ष में 7-8 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर सकता है. यह बढ़त मुख्य रूप से टायर रिप्लेसमेंट की बढ़ती मांग से आएगी. ग्रामीण इलाकों में बेहतर माहौल, त्योहारों की सीजनल मांग और ब्याज दरों में कटौती से खपत को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. इसके साथ ही कंपनियों द्वारा क्षमता विस्तार, मैन्युफैक्चरिंग दक्षता और अनुसंधान पर निवेश ने भी इस क्षेत्र की मजबूती बढ़ाई है. उद्योग से जुड़ी रिपोर्ट्स बताती हैं कि जीएसटी सुधारों से महंगाई में कमी आएगी और उपभोक्ता खर्च में 1 लाख करोड़ रुपये तक की वृद्धि हो सकती है.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in …और पढ़ें
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