लॉस एंजिल्स/वॉशिंगटन. जब पूरी दुनिया साल 2025 को अलविदा कहने और नए साल 2026 के स्वागत की तैयारियों में डूबी थी, ठीक उसी वक्त अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक खौफनाक साजिश रची जा रही थी. आतिशबाजियों की गूंज के बीच बम धमाकों की आवाज सुनाने की तैयारी थी. खुशियों के माहौल को मातम और चीख-पुकार में बदलने का पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया था. लेकिन, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की मुस्तैदी और एफबीआई (FBI) के सटीक नेटवर्क ने वक्त रहते इस ‘बारूदी प्लान’ को बीच में ही डिकोड कर लिया.
निशाने पर कौन था? इमिग्रेशन एजेंट्स और उनकी गाड़ियां
इस साजिश का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि आतंकियों या साजिशकर्ताओं के निशाने पर आम भीड़भाड़ वाली जगहों के साथ-साथ विशेष रूप से अमेरिकी सरकारी एजेंसियां थीं. अटॉर्नी जनरल बॉन्डी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए संदिग्धों का मुख्य मकसद अमेरिकी आव्रजन एजेंटों (US Immigration Agents) और उनके वाहनों को उड़ाना था.
शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि यह हमला केवल जान लेने के लिए नहीं, बल्कि एक बड़ा संदेश देने के लिए प्लान किया गया था. इमिग्रेशन एजेंट्स को निशाना बनाने का मतलब है कि यह साजिश कहीं न कहीं अमेरिका की आव्रजन नीतियों (Immigration Policies) या सीमा सुरक्षा से जुड़े किसी चरमपंथी विचार से प्रेरित हो सकती है. हालांकि, एफबीआई अभी इस एंगल पर गहराई से जांच कर रही है कि क्या यह कोई ‘घरेलू आतंकवाद’ (Domestic Terrorism) का मामला है या इसके तार किसी विदेशी संगठन से जुड़े हैं.
कैसे लीक हुआ प्लान? FBI का ‘इनसाइड’ ऑपरेशन
- सूत्रों और अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह गिरफ्तारी रातों-रात नहीं हुई. एफबीआई और होमलैंड सिक्योरिटी के एजेंट्स पिछले कुछ हफ्तों से इन संदिग्धों की हर हरकत पर नजर रख रहे थे.
- साजिशकर्ताओं को लगा था कि वे खुफिया तरीके से बम बनाने और हमले की योजना बनाने में सफल हो रहे हैं, लेकिन उन्हें भनक नहीं थी कि उनकी बातचीत और ऑनलाइन गतिविधियों को इंटरसेप्ट (Intercept) किया जा रहा है.
- सर्विलांस: एफबीआई को इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए इनपुट्स मिले थे कि लॉस एंजिल्स के कुछ इलाकों में ‘कोर्डिनेटेड अटैक’ (समन्वित हमले) की बात चल रही है.
- लीक: बताया जा रहा है कि साजिशकर्ताओं के ग्रुप में से ही किसी ‘कमजोर कड़ी’ या कम्युनिकेशन की गलती ने एफबीआई को लीड दे दी. जैसे ही एजेंसियों को पता चला कि हमले की तारीख ‘न्यू ईयर ईव’ (31 दिसंबर की रात) तय की गई है, उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने का फैसला किया.
- सोमवार को एक सुनियोजित ऑपरेशन के तहत लॉस एंजिल्स के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गई और इन चारों संदिग्धों को हथकड़ी पहना दी गई. इनके पास से किस तरह की विस्फोटक सामग्री मिली है, इसका विस्तृत ब्यौरा अभी सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि खतरा ‘वास्तविक और गंभीर’ था.
अटॉर्नी जनरल का कड़ा संदेश: हम डरने वाले नहीं
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने बेहद सख्त लहजे में कहा, “आज हमने एक बड़ी त्रासदी को रोक लिया है. जो लोग यह सोचते हैं कि वे हमारे कानून प्रवर्तन अधिकारियों को निशाना बनाकर हमें डरा सकते हैं, वे गलतफहमी में हैं. हम अपने देश और अपने अधिकारियों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे.”
उन्होंने एफबीआई और स्थानीय पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि अगर आज ये गिरफ्तारी नहीं होती, तो लॉस एंजिल्स में नए साल की सुबह का मंजर बेहद भयावह हो सकता था. इमिग्रेशन एजेंट्स को टारगेट करने की योजना यह दर्शाती है कि अपराधी अमेरिकी सिस्टम पर सीधा हमला करना चाहते थे.
लॉस एंजिल्स में हाई अलर्ट: चप्पे-चप्पे पर नजर
- इस खुलासे के बाद लॉस एंजिल्स पुलिस विभाग (LAPD) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था को ‘कड़े पहरे’ में तब्दील कर दिया है.
- लॉस एंजिल्स और पास के पसाडेना में होने वाली मशहूर ‘रोज परेड’ और ‘रोज बाउल गेम’ को देखते हुए सुरक्षा पहले से ही चाक-चौबंद थी, लेकिन अब इसे और बढ़ा दिया गया है.
- मेट्रो स्टेशनों, शॉपिंग मॉल्स और उन जगहों पर जहां नए साल का जश्न मनाने के लिए भीड़ जुटती है, वहां डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दस्तों को तैनात किया गया है.
इमिग्रेशन का मुद्दा और बढ़ता तनाव
अमेरिका में पिछले कुछ समय से इमिग्रेशन (आव्रजन) एक बेहद संवेदनशील और राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है. बॉर्डर पेट्रोल और इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) के एजेंट्स अक्सर तनावपूर्ण माहौल में काम करते हैं. इस साजिश ने यह चिंता बढ़ा दी है कि क्या अब सरकारी कर्मचारी भी सीधे तौर पर हिंसा के निशाने पर आ गए हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना एक ‘वेक-अप कॉल’ है. 2025 का अंत और 2026 की शुरुआत अमेरिका के लिए सुरक्षा के लिहाज से चुनौतीपूर्ण हो सकती है. एफबीआई ने देशभर के पुलिस विभागों को अलर्ट भेजा है कि वे अपने-अपने इलाकों में किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखें.
मुस्तैदी ने बचाई जान
लॉस एंजिल्स की यह घटना याद दिलाती है कि त्योहारों और जश्न के मौकों पर आतंकी तत्व सबसे ज्यादा सक्रिय होते हैं, क्योंकि उस समय भीड़ ज्यादा होती है और सुरक्षा बलों का ध्यान बंटा होता है. लेकिन इस बार, एफबीआई की इंटेलिजेंस ने आतंकियों को मात दे दी. चारों गिरफ्तार आरोपियों से फिलहाल किसी अज्ञात स्थान पर पूछताछ चल रही है. एफबीआई यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इस साजिश में और भी लोग शामिल थे? क्या उन्हें हथियार या फंड कहीं और से मुहैया कराए गए थे? बहरहाल, अमेरिका ने राहत की सांस ली है कि एक बड़ा खतरा टल गया है, लेकिन ‘नये साल’ का जश्न अब भारी सुरक्षा के साये में ही मनेगा.


