
नई दिल्ली. शतरंज की दुनिया में नया इतिहास रचने वाले डी गुकेश चैंपियन बनते ही फूट-फूट कर रो पड़े. जो खिलाड़ी हमेशा शांत दिखता रहा है, वह विश्व चैंपियन बनने के बाद अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख सका. डी गुकेश ने कहा भी कि यह ऐसी उपलब्धि थी, जिसका सपना तो सभी देखते हैं, उन्होंने भी देखा था लेकिन वे इतनी जल्दी चैंपियन बन जाएंगे, इसकी उम्मीद नहीं की थी. शायद यही वजह है कि वे आंसू नहीं रोक पाए.
भारत के डी गुकेश ने गुरुवार को फीडे वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के फाइनल में गत चैंपियन डिंग लिरेन को हराया. दोनों खिलाड़ी एक दिन पहले तक 6.5-6.5 से बराबरी पर थे. गुरुवार को 14वीं बाजी खेली गई, जिसमें डिंग लिरेन ने सफेद मोहरों से शुरुआत की. गुकेश ने इस निर्णायक बाजी में दबाव पर नियंत्रण रखा और गत चैंपियन को हराकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली.
शतरंज की दुनिया में इतिहास रच दिया है. 18 साल के डी गुकेश शतरंज के नए विश्व चैंपियन बन गए हैं. उन्होंने फीडे वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के फाइनल में गत चैंपियन डिंग लिरेन को हराकर अपनी बादशाहत साबित की. भारतीय ग्रैंडमास्टर ने चीन के डिंग लिरेन को 14वीं बाजी में हराकर खिताब अपने नाम किया. गुकेश ने यह जीत काले मोहरों से खेलते हुए दर्ज की.
डिंग लिरेन ने 14वीं बाजी में जैसे ही हार कबूल की, डी गुकेश अपनी खुशी पर नियंत्रण नहीं रख सके. उनकी आंखें छलछला उठीं. गुकेश ने दोनों हाथों से अपना चेहरा कुछ पलों के लिए छिपा लिया और खुद को नियंत्रित करने की कोशिश करते रहे. जीत के इन पलों में वे मोहरों को फिर से जमाकर एक तरह से खुद को वह वक्त देने लगे जो अपनी भावनाओं को काबू करने के लिए जरूरी होता है.
जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में डी गुकेश से एक पत्रकार ने पूछ भी लिया कि आप हमेशा बेहद संयत रहते हैं. आपने कभी भी अपनी भावनाओं का प्रदर्शन नहीं किया. फिर आज क्या हुआ. इस पर डी गुकेश ने कहा, यह ऐसा पल था जिसका सपना सब देखते हैं. मैं 6-7 साल से की उम्र से शतरंज खेल रहा हूं. करीब 10 साल से विश्व चैंपियन बनने का सपना देखता रहा हूं. इसलिए जब यह पल आया तो खुद को नहीं रोक सका.
Tags: D Gukesh, Viswanathan Anand, World Chess Championship
FIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 19:20 IST



