नई दिल्ली. अनुभवी रविचंद्रन अश्विन ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में शानदार सेंचुरी जड़ी. अश्विन का कहना है कि पहले वह दबाव में तनाव में आ जाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है. उनका कहना है कि उन्होंने खुद को बाहरी और आंतरिक दबाव से मुक्त कर लिया है. अब वह चेहरे पर मुस्कान के साथ क्रिकेट खेलना चाहते हैं. अश्विन ने बांग्लादेश के खिलाफ शुरुआती टेस्ट के पहले दिन जोरदार शतक जमाकर भारत को संकट से उबारा. उन्होंने इस दौरान रवींद्र जडेजा के साथ सातवें विकेट के लिए 199 रन की साझेदारी कर मैच में टीम की वापसी कराई.
38 साल के आर अश्विन (R Ashwin) ने अपनी परिपक्व बल्लेबाजी से यह साबित कर दिया कि वह दबाव की परिस्थितियों से निपटने में पूरी से सक्षम हैं. और अब उन्होंने मैच के दौरान किसी चीज पर प्रतिक्रिया देना बंद कर दिया. अश्विन ने मैच के दूसरे दिन के खेल के बाद बाद कहा, ‘मैं दबाव का लुत्फ उठाता हूं. इसमें कोई संदेह नहीं है. यह आपको सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने और प्रतिक्रिया देने मौका देता है. मैं हालांकि अतीत में ऐसी परिस्थितियों में खुद को और दूसरों को लेकर आलोचनात्मक हो जाता था। मैं खुद पर काफी दबाव डाल देता था.’
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‘मैंने हमेशा दबाव का डटकर सामना किया’
बकौल अश्विन, ‘मैंने हमेशा दबाव का डटकर सामना किया. मैंने अपने प्रदर्शन या संवाददाता सम्मेलन में इसका माकूल जवाब दिया है. अब हालांकि मैं काफी बदल गया है. मैं चेहरे पर मुस्कान के साथ क्रिकेट खेलना चाहता हूं. मैंने खुद से चार-पांच साल पहले वादा किया था कि मैं किसी को प्रतिक्रिया नहीं दूंगा और मैं अब ठीक से इसका पालन कर रहा हूं.’ चेन्नई के इस खिलाड़ी ने यह भी कहा कि उन्होंने पिछले तीन वर्षों में अपनी बल्लेबाजी पर काफी ध्यान दिया है ताकि टीम में अधिक योगदान दे सकें. उन्होंने कहा, ‘मैंने इस (बल्लेबाजी) पर बहुत काम किया है. मैंने अपने शॉट्स, तेज गेंदबाजों का सामना करने के तरीके पर काफी सुधार किया है. मुझे खुशी है कि इसका परिणाम मिल रहा है. मुझे इससे काफी संतुष्टि मिल रही है.’
Tags: India vs Bangladesh, R ashwin, Ravichandran ashwin
FIRST PUBLISHED : September 20, 2024, 20:31 IST



