नई दिल्ली. न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की ऐतिहासिक हार के बाद सिर्फ कप्तान रोहित शर्मा ही निशाने पर नहीं हैं. कोच गौतम गंभीर भी सवालों के घेरे में हैं. ‘सुपर पावर’ लेकर आए गौतम गंभीर की बीसीसीआई ने हर बात मानी. कई बार तो गंभीर की मांग मानने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपनी पॉलिसी तक नजरअंदाज भी की. अब इतिहास की सबसे बड़ी फजीहत के बाद अब बीसीसीआई भी नींद से जाग गया है. माना जा रहा है कि गौतम गंभीर से सवाल करने की तैयारी में है.
गौतम गंभीर जुलाई में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच बने हैं. बोर्ड ने गंभीर के कोच बनने के बाद उनके पसंद का सपोर्ट स्टाफ दिया है. सपोर्ट स्टाफ में शामिल अभिषेक नायर, मोर्ने मोर्कल से लेकर रेयान टेन डोशेट पहले गौतम के साथ काम कर चुके हैं. इतना ही नहीं, रिपोर्ट्स की मानें तो कोच गंभीर के कहने पर ही मुंबई में रैंक टर्नर पिच बनाई गई थी. रैंक टर्नर पिच की मांग ऐसी थी, जो बोर्ड की पॉलिसी के विपरीत थी. भारत ने इसी साल इंग्लैंड को स्पोर्टिंग पिच पर हराया था. ऐसे में स्पिन की मदद वाली पिच की मांग समझ से परे है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई इस बारे में गौतम गंभीर से सवाल पूछ सकता है. उनसे आगे का विजन पूछा जा सकता है कि वे टीम के लिए क्या योजना बना रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक भारत को जब बेंगलुरू की स्विंग की मददगार पिच पर हार का सामना करना पड़ा तो उसके बाद स्पिन ट्रैक की मांग की गई थी.
सेलेक्शन कमेटी की बैठक में शामिल थे गंभीर
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ‘बीसीसीआई ने गंभीर की हर मांग मानी है. बोर्ड की पॉलिसी है कि एनसीए प्रोग्राम से आगे बढ़ने वाले कोच को प्रमोट किया जाएगा. लेकिन गंभीर के कहने पर इसे नजरअंदाज किया गया ताकि उन्हें मनपसंद कोचिंग स्टाफ मिले. उन्हें ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए टीम चुनने के लिए सेलेक्शन कमेटी में शामिल होने का मौका दिया गया. बोर्ड अपने फैसलों की समीक्षा भी कर सकता और गंभीर से रोडमैप मांग सकता है.’
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FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 20:51 IST



