Javelin Throw Record: पाकिस्तान के जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. नदीम के लिए सोने पर सुहागा वाली बात यह रही कि उन्होंने गुरुवार को स्टेड डी फ्रांस स्टेडियम में हुए फाइनल में 92.97 मीटर कर भाला फेंककर ओलंपिक रिकॉर्ड भी बनाया. उनकी यह जीत पड़ोसी मुल्क के लिए ऐतिहासिक पल है. क्योंकि यह ओलंपिक इतिहास में उनका पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल है. इससे पहले पाकिस्तान ने केवल हॉकी में गोल्ड मेडल जीता था.
किसके नाम है वर्ल्ड रिकॉर्ड, कितनी दूरी?
अरशद नदीम ने तो 92.97 मीटर के साथ ओलंपिक का नया रिकॉर्ड कायम कर दिया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जेवलिन थ्रो में वर्ल्ड रिकॉर्ड कितने मीटर का है? दिमाग में इस सवाल का कौंधना आज लाजिमी है. तो जान लीजिए इस इवेंट का वर्ल्ड रिकॉर्ड तीन बार के वर्ल्ड तीन बार के वर्ल्ड चैंपियन और ओलंपिक चैंपियन चेक गणराज्य के दिग्गज एथलीट जान जेलेजनी के नाम पर है. जान जेलेजनी ने साल 1996 में जर्मनी में एक एथलेटिक्स प्रतियोगिता के दौरान 98.48 मीटर का थ्रो करके पुरुषों के वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया था. जो आज तक बरकरार है.
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महिलाओं में भी चेक गणराज्य का दबदबा
जेवलिन थ्रो में महिलाओं का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी चेक गणराज्य के नाम है. जेलेजनी की हमवतन बारबोरा स्पॉटकोवा ने स्टटगार्ट में 2008 IAAF विश्व एथलेटिक्स फाइनल में 72.28 मीटर का थ्रो करते हुए महिला जेवलिन थ्रो गोल्ड मेडल जीता था. इससे ठीक एक महीने पहले बारबोरा स्पॉटकोवा ने बीजिंग में अपने दो ओलंपिक स्वर्ण पदकों में से पहला जीता था. बीजिंग 2008 में चेक स्टार ने 71.42 मीटर की दूरी दर्ज करते हुए स्वर्ण पदक जीता था. इसके साथ ही वह साल 2005 में बने क्यूबा की ओस्लेडिस मेनेंडेज के वर्ल्ड रिकॉर्ड के करीब आई थीं. अंततः, स्टटगार्ट में स्पॉटकोवा महिला जेवलिन थ्रो का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रहीं. स्पॉटकोवा आगे चलकर तीन बार विश्व चैंपियन बनीं.
महिलाओं का ओलंपिक रिकॉर्ड
ओलंपिक में महिला जेवलिन थ्रो का रिकॉर्ड क्यूबा की ओस्लेडिस मेनेंडेज के नाम दर्ज है. ओस्लेडिस मेनेंडेज ने 2004 एथेंस ओलंपिक में 71.53 मीटर के साथ यह कीर्तिमान बनाया था. उनको 2000 सिडनी ओलंपिक खेलों में ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा था. लेकिन उसके एक साल बाद ओस्लेडिस मेनेंडेज ने वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया था. इसी के साथ वह नए भाला नियमों के साथ 70 मीटर के निशान को पार करने वाली पहली महिला बन गईं. मेनेंडेज़ ने एथेंस में ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ा, जब उन्होंने फाइनल में अपना प्रभावशाली पहले थ्रो के साथ 71.53 मीटर की दूरी तय की. यह वर्ल्ड रिकॉर्ड से सिर्फ एक सेंटीमीटर कम था. वहीं, क्यूबा की रजत पदक विजेता के थ्रो से उनका थ्रो लगभग छह मीटर अधिक था.
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नीरज का गोल्ड-सिल्वर जीतने का रिकॉर्ड
जेवलिन थ्रो में अगर भारत की बात करें तो नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. इस बार भी उन्हें गोल्ड मेडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. क्वालिफाइंग में वह सबसे आगे रहे थे, लेकिन फाइनल में अरशद नदीम ने पासा पलट दिया. उन्होंने अपने सबसे अच्छे दोस्त और प्रतिद्वंद्वी को दूसरे नंबर पर धकेल दिया. फिर भी नीरज इंडिविजुअल गेम्स में भारत के ऐसे पहले खिलाड़ी बन गए, जिसने गोल्ड और सिल्वर मेडल दोनों जीते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 18:48 IST



