नई दिल्ली. इस फेस्टिव सीजन में भारतीय बाजार में दोपहिया और तीन पहिया वाहनों की बिक्री ने नया रिकॉर्ड बनाया है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों में बढ़ती मांग ने इस ग्रोथ में अहम भूमिका निभाई. 3 अक्टूबर से 13 नवंबर 2024 के बीच वाहनों की खुदरा बिक्री में 12% की बढ़ोतरी हुई है. इस अवधि में कुल 43 लाख यूनिट वाहन बिके, जो पिछले साल की 38 लाख यूनिट की तुलना में काफी अधिक है.
फेस्टिव सीजन के दौरान, खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में, दोपहिया वाहनों की बिक्री में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला. इस बढ़त में इंडस्ट्री द्वारा दिए गए ऑफर्स और भारी छूट का बड़ा योगदान रहा. आमतौर पर अक्टूबर और नवंबर के महीने को भारत में फेस्टिव सीजन का पीक माना जाता है, जब ग्राहक बड़ी संख्या में महंगी चीजें खरीदते हैं.
बिक्री बढ़ी, अनुमान से रही कम
हालांकि, FADA ने बताया कि बिक्री के आंकड़े उम्मीद से थोड़ा कम रहे. एसोसिएशन को इस सीजन में 45 लाख वाहनों की बिक्री का अनुमान था, लेकिन यह आंकड़ा 43 लाख तक ही पहुंच सका. सेल्स में इस कमी के लिए प्राकृतिक आपदाओं को जिम्मेदार ठहराया गया.
ओडिशा में आए साइक्लोन और दक्षिण भारत में भारी बारिश ने फेस्टिव सेल्स को प्रभावित किया. मॉनसून की देरी से वापसी के कारण भी कई इलाकों में बिक्री पर असर पड़ा. बावजूद इसके, बड़ी छूट और ऑफर्स के चलते दोपहिया वाहनों की बिक्री में 14% और कारों की बिक्री में 7% की वृद्धि दर्ज की गई.
इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक संकेत
FADA ने पहले बताया था कि अक्टूबर में कारों की बिक्री में 32% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई थी. हालांकि, इन्वेंटरी का स्तर अभी भी सामान्य नहीं हो पाया है. एसोसिएशन का मानना है कि इन्वेंटरी को संतुलित स्थिति में लाने में तीन महीने का समय और लग सकता है.
फेस्टिव सीजन में हुई यह बढ़ोतरी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए एक सकारात्मक संकेत है. कंपनियां उम्मीद कर रही हैं कि आगामी महीनों में इन्वेंटरी स्तर सुधारने और ग्राहकों की मांग को बनाए रखने में मदद मिलेगी.
FIRST PUBLISHED : November 18, 2024, 10:01 IST



